इंदौर। सीवरेज लाइन बिछाने के लिए नाला टेपिंग के दौरान जेसीबी का पंजा नर्मदा लाइन में लग गया। दो घंटे बाद अचानक पानी का फव्वारा फूटा और तीन मिनट में ही 25 फीट गहरा, 50 फीट लंबा और 15 फीट चौड़ा गड्ढा लबालब हो गया। इस दौरान तीन मजदूर गड्ढे में पाइप जोड़ने के लिए उतरे हुए थे।
दो को तो साथियों ने खींच लिया लेकिन एक फंस गया। प्रत्यक्षदर्शियों के बताने पर देर रात तक आठ गोताखोर लापता मजदूर को तलाशते रहे। हादसे के बाद ठेकेदार, जेसीबी चालक और काम कर रहे अन्य मजदूर भाग गए। उधर, निगम अफसर इस पूरे मामले में अंजान खड़े रहे।
शहरभर में नाला टेपिंग का काम चल रहा है। इस सिलसिले में रामबाग चौराहे पर भी खुदाई चल रही थी। सोमवार शाम साढ़े पांच बजे खुदाई के दौरान जेसीबी का पंजा पास ही से गुजर रही नर्मदा ट्रंक लाइन से टकरा गया। इससे नर्मदा लाइन क्षतिग्रस्त तो हुई।
दो घंटे बाद शाम 7.35 बजे नर्मदा टंकियां भरने के लिए ट्रंक लाइन में पानी छोड़ा गया। तभी क्षतिग्रस्त पाइप से पानी का फव्वारा फूट पड़ा। जिस वक्त यह घटना हुई मौके पर छह मजदूर काम कर रहे थे। इनमें से तीन गड्ढे के बाहर खड़े थे, जबकि तीन गड्ढे में थे और शेख नाम का मजदूर पाइप लाइन जोड़ने का काम कर रहा था।
तीन मिनट में हो गया लबालब
प्रत्यक्षदर्शी दिनेश उपाध्याय ने बताया पानी का फोर्स इतना ज्यादा था कि 25 फीट गहरा गड्ढा तीन मिनट में पूरा भर गया। आसपास की मिट्टी भी उसमें भरने लगी। बाहर खड़े मजदूरों ने दो मजदूरों को किसी तरह खींच लिया था, लेकिन एक अंदर ही रह गया। खबर लगते ही नगर स्टेट डिजास्टर रिलीफ फोर्स (एसडीआरएफ) की टीम मौके पर पहुंची और गड्ढे से पानी निकालने का काम शुरू किया। गोताखोरों ने मजदूर की तलाश शुरू की लेकिन सफलता नहीं मिली। टीम एंगल और जाल डालकर भी तलाश कर रही है।
ये रही लापरवाही
– खुदाई के वक्त कंसल्टेंट की जिम्मेदारी थी कि वह मजदूरों को बताए कि नर्मदा लाइन और सीवरेज के लिए की जा रही खुदाई में कितना अंतर है। क्या सावधानी बरतें।
– खुदाई के वक्त कोई टेक्नीकल स्टाफ या इंजीनियर नहीं था। यदि इंजीनियर मौजूद होता तो वह मजदूरों को बता सकता था कि नर्मदा लाइन में पानी आ सकता है। लीकेज रोकने के भी प्रयास किए जा सकते थे।
– खुदाई रहवासी इलाके में हो रही है, लेकिन वहां बैरिकेडिंग नहीं की गई थी।
– नाला टेपिंग का काम रात में भी चल रहा है, लेकिन मौके पर रोशनी का कोई इंतजाम नहीं।
आधी रात तक निकलता रहा पानी
गड्ढे से पानी निकालने का काम आधी रात के बाद भी जारी रहा। फूटी नर्मदा लाइन में से रात 12.30 बजे भी गति से पानी निकल रहा था। मोटर से लगातार पानी निकालने के बाद भी कोई राहत नहीं मिली। रात करीब एक बजे भी सात फीट पानी जमा था। ज्यादातर अधिकारी मौके से रवाना हो चुके थे।