ध्रुवीय भंवर से अमेरिका के कुछ हिस्सों में तापमान में जबर्दस्त गिरावट आई है। मोंटाना राज्य में तापमान शून्य से 53 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया है। नॉर्थ डकोटा, साउथ डकोटा और मिनिसोटा में भी कुछ जगहों पर लगभग यही स्थिति है। राष्ट्रीय मौसम सेवा के मुताबिक मोंटाना, नार्थ एवं साउथ डकोटा, मिनिसोटा, अयोवा, विस्कांसिन, मिशिगन और नेब्रास्का के कुछ हिस्सों में तापमान औसत से 11-22 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला गया है। न्यूयॉर्क के गवर्नर एंड्रयू क्युओमो ने आपात स्थिति की घोषणा कर दी है।

सोमवार को ध्रुवीय हवाओं ने अमेरिका के बड़े हिस्से में कहर बरपाया। यहां स्कूलों को बंद करना पड़ा। अधिकारियों ने लोगों से घर के अंदर ही रहने को कहा। हजारों उड़ानों को भी रद करना पड़ा है। शिकागो के ओ हेयर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से आधी से अधिक उड़ानें रद की गईं। यहां विमान में भरा जाने वाला ईधन जम गया था। धुव्रीय हवाओं से प्रभावित क्षेत्रों में यातायात बहुत जोखिम भरा हो गया है। अमेरिका में मौसम में आए इस बदलाव को ‘पोलर वॉर्टेक्स [धु्रवीय भंवर]‘ के नाम से जाना जाता है। इसके कारण यहां तापमान में पिछले 20 वर्षो में सबसे अधिक गिरावट देखी गई है। इसे लेकर देश के पूर्वी भाग में ठंडी हवा चलने की चेतावनी दी गई है। कोमरटाउन दक्षिण धु्रव से भी ठंडा रहा। दक्षिण ध्रुव पर तापमान शून्य से 34 डिग्री सेल्सियस नीचे रिकॉर्ड किया गया। देश के दक्षिणी हिस्से में भी कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। इससे फसलों और पशुधन के लिए खतरा उत्पन्न हो गया है।

शुक्रवार को सड़क से बर्फ साफ करने के लिए प्रयोग किए जाने वाले नमक के ढेर से दब जाने से एक मजदूर की मौत हो गई। सोमवार सुबह में ओहियो में अपनी कार के पास एक 90 वर्षीय महिला का शव बर्फ में दबा मिला। इसके अलावा बर्फीली सड़कों पर हुई दुर्घटनाओं में 12 लोगों की मृत्यु हो गई। मिनिसोटा में हाईवे पर चार लोगों की एसयूवी (स्पोटर््स यूटिलिटी व्हीकल) फिसल कर मिसीसिपी नदी में गिर गई और उनकी मृत्यु हो गई।